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बीपी जिसका पूरा नाम ब्लड प्रेशर होता है वैसे तो हमारे शरीर में बहुत सारी छोटी बीमारी होती है(BP Kya Hain) जिसे हम नजरअंदाज कर देते है और वह बीमारी(हाई ब्लड प्रेशर को तुरंत कंट्रोल कैसे करे) आगे चलकर हमें नुकसान पहुंचा देता है उन्ही कुछ साधारण बीमारियो में से बीपी भी एक बीमारी है।

बात करते है बीपी की तो इसका पूरा नाम (BP KYA HOTA IN  HINDI) ब्लड प्रेशर होता है जिसे हिंदी भाषा में रक्तचाप कहते है यह बीमारी आपको जितनी साधारण लग रही है यह उतनी ही खतरनाक बीमारी है अगर समय रहते(हाई ब्लड प्रेशर में क्या नहीं खाना चाहिए )इस बीमारी का इलाज ना किया जाए तो फिर यह बीमारी आदमी के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं।

1.बीपी के प्रकार (Type of Blood Pressure)

अगर बात करे बीपी के प्रकार की तो यह दो प्रकार की होती है।

1. निम्न रक्तचाप(Low Blood Pressure)

जब किसी भी इंसान का ब्लड प्रेशर 90/60 से नीचे चला जाता है,(LOW BP SYMPTOMS IN HINDI)तो इस अवस्था को निम्न रक्तचाप या हायपोटेंशन कहते है निम्न रक्तचाप को हमें हल्के में नहीं लेना चाहिए अगर रक्तचाप हद से ज्यादा कम हो जाए तो आदमी के आर्गन फेल से लेकर दिल का दौरा पड़ने जैसी खतरनाक (BP Kya Hai)स्तिथि उत्पन्न हो जाती है इस लिए इस बीमारी का इलाज समय रहते करना शुरू कर देना चाहिए।ये बीमारी इतनी आम बीमारी होती है कि लोगो को इस बीमारी के बारे में पता ही नहीं लगता है।ये बीमारी हमारे स्वस्थ के साथ साथ जिंदगी भी खतरे में डाल सकते हो।

कैसे पता करे कि आपका बीपी निम्न रक्तचाप है

इसमें कभी कभी आप थका हुआ महसूस करोगे तथा आपको बार बार पसीने आते रहेंगे।किसी भी सामान्य व्यक्ति के रक्तचाप 120/80 होता है। जब (Low BP Symptoms)किसी भी इंसान का ब्लड प्रेशर 90/60 से नीचे चला जाता है,तो इस अवस्था को निम्न रक्तचाप या हायपोटेंशन कहते है।

निम्न रक्तचाप के लक्षण

1चक्कर आना या फिर सर घूमना

2.उल्टी जैसा महसूस होना,या फिर जी मिचलाना

3.बेहोशी

4.थकान

5.आंखो के सामने अंधेरा छा जाना

6.हाथ पैर ठ़डे हो जाना

7.खाने में परेशानी

निम्न रक्त चाप के बुरे प्रभाव

निम्न रक्तचाप में शरीर के अंगो में सही तरह से खून कि सप्लाई नहीं होती है जिस से हार्ट अटैक और किडनी बेकार होने तक की संभावना होती हैं।

Low Blood Pressure में हमें अपने डायट में कुछ बदलाव  करने होंगे।

1.खाने में नमक की मात्रा सामान्य रखे  क्योंकि नमक निम्न रक्त चाप को सही रखने में काफी मददगार होता है। 

2.हमें नींबू पानी का सेवन करना चाहिए इससे हमारा रक्तचाप सही रहता है।हरी सब्जियां अधिक खाए।

3.हमें ज्यादा सोचना नहीं चाहिए,इससे कभी कभी हमारा ब्लड प्रेशर कम तथा कभी कभी ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है    और हमें साथ में योग करते रहना चाहिए योग के साथ साथ हमें  कुछ  आयुर्वेदिक  चीजों का उपयोग करते रहना    चाहिए।

Low blood pressure में क्या खाना चाहिए

1.आंवला  

 कभी कभी लो बीपी के कारण कई लोगों को चक्कर आने लगते हैं। ऐसे में हमें आंवला के रस में थोड़ा सा शहद   मिलाकर पीना चाहिए इससे आपको जल्दी राहत मिलेगी। 

2.अदरक

  Low बीपी को नियंत्रित करने के लिए अदरक एक बहुत ही अच्छी आयुर्वेदिक चीज है,हमें अदरक के छोटे-छोटे    टुकड़े करके इसमें नींबू का रस और सेंधा नमक मिलाकर रख दें। तथा रोजाना खाने से पहले थोड़ी-थोड़ी मात्रा में    दिन में 3-4 बार खा लें। इससे हमारा निम्न रक्तचाप नियंत्रित रहता है।

3.तुलसी

 निम्न रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए हमें तुलसी का प्रयोग करना चाहिए,क्योंकि तुलसी के पत्ते में अधिक   मात्रा  में पोटैशियम, मैग्नीशियम और विटामिन-सी पाया जाता है, जो शरीर में खून को सही से रेगुलेट होने में मदद   करता है। इसके साथ ही इसमें मौजूद यूजेनॉल नाम का एंटीऑक्सीडेंट होता है जो  ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने     में मदद करता है। रोजाना 5-6 तुलसी के पत्तों को सुबह चबा लें। 

अगर आपको तुलसी के पत्ते नहीं मिल रहे है तो आप इसके बने बनाए तुलसी रस को भी ले सकते है,हमें उसके ड्रॉप को रोज 5 6 ड्रॉप पानी में मिलाकर सेवन करना चाहिए।

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अश्वगंधा
अश्वगंधा आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जिसमें ऐसा औषधी गुण मौजूद है जो तनाव और चिंता को आपसे दूर करता हैइसके अलावा, ये आपकी इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मदद करता हैआपको सिर्फ करने की जरूरत ये है कि एक चम्मच अश्वगंधा के पाउडर में एक ग्लास गर्म पानी मिलाकर खाली पेट सुबह पीना होगा.

2. उच्च रक्तचाप(High Blood Pressure)

उच्च रक्तचाप वह स्थिति है जब हमारा रक्त  धमनियों पर बहुत अधिक दवाब डालता है जिससे उच्च रक्तचाप की स्थिति उत्पन हो जाती है जिसे English में High Blood Pressure तथा मेडिकल की भाषा में इसे हायपरटेंशन कहते हैं। सामान्य ब्लड प्रेशर का लेवल 120/80 होता है जब रक्त चाप इससे उपर जाता है तो फिर है blood pressure की समस्या उत्पन्न होती है।

उच्च रक्तचाप एक बहुत बड़ी बीमारी है,इसमें आदमी का हार्ट फैल हो सकता है साथ है आदमी की जान भी जा सकती है हायपरटेंशन के बहुत से कारण होते है उनमें से कुछ कारण नीचे दिए गए है।

हाइपरटेंशन के कारण 

विशेषज्ञों के मुताबिक, हाइपरटेंशन का मुख्य कारण स्ट्रेस (तनाव) और अनियंत्रित खानपान होता है। इसके अलावा हाइपरटेंशन के कुछ अन्य कारण भी हैं, जैसे- 


मोटापा 


तनाव


नींद की कमी 


अधिक गुस्सा करना 


तैलीय पदार्थों का अधिक सेवन 

How control  High blood Pressure(बढ़े हुऐ बीपी को कैसे नियंत्रित करे)

हमें High ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए योग तथा नीचे बताए गए कुछ डायट है जिनके उपयोग से हमारा  बीपी लेवल कंट्रोल में  रहता है।

 नमक का सेवन जितना हो सके कम ही कर करें। ध्यान रखें कि भोजन में पोटेशि‍यम की मात्रा अधि‍क, और सोडि‍यम की मात्रा कम होनी चाहिए। क्योंकि नमक बीपी को बढ़ा देता है

भोजन में फलों और सब्ज‍ियों का जितना हो सके ज्यादा प्रयोग करें इसके अलावा लहसुन, प्याज, साबुत अनाज व सोयाबीन का प्रयोग अधिक करें। 

हमें अपने भोजन में पत्ते दार सब्जियों का उपयोग करना चाहिए उनमें अधिक मात्रा में रस होता है जो अधिक ब्लड प्रेशर को कम करने में उपयोगी होता है। पालक, बथुआ आदि पत्ते दार सब्जियों को शामिल करे क्योंकि यह बीपी के साथ साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक साबित होता है।

हमें अपने भोजन में नमक का प्रयोग कम करना चाहिए और साथ में आंवला,अदरक आदि चीजों का भी सेवन कम करना चाहिए।

हमें अपने भोजन में बाजरा, ज्वार,मूंग व अंकुरित दालों का प्रयोग करना चाहिए

हमें अधिक चीजों के बारे में सोचना नहीं चाहिए क्योंकि अधिक सोचने से हमारा बीपी बढ़ता है

ये कुछ ऐसे तरीके थे जिसे आप अपनाकर अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकते हो 

और आपको ज्यादा परेशानी लगे तो आप एक बार अपना blood pressure चेक करवाए तथा अपने डॉक्टर से अपनी बीमारी के बारे में बात करे ।आपको ये जानकारी कैसी लगी आप ये बात हमें कॉमेंट करके जरूर बताए


*बीपी जिसका पूरा नाम ब्लड प्रेशर होता है वैसे तो हमारे शरीर में बहुत सारी छोटी बीमारी होती है जिसे हम     नजरअंदाज कर देते है और वह बीमारी आगे चलकर हमें नुकसान पहुंचा देता है उन्ही कुछ साधारण बीमारियो में   से बीपी भी एक बीमारी है।

बात करते है बीपी की तो इसका पूरा नाम ब्लड प्रेशर होता है जिसे हिंदी भाषा में रक्तचाप कहते है यह बीमारी आपको जितनी साधारण लग रही है यह उतनी ही खतरनाक बीमारी है अगर आदमी समय रहते इस बीमारी का इलाज  ना किया जाए तो फिर यह बीमारी आदमी के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं।

1.बीपी के प्रकार (Type of Blood    Pressure)

 अगर बात करे बीपी के प्रकार की तो यह दो प्रकार की होती है।

1. निम्न रक्तचाप(low Blood Pressure)

निम्न रक्तचाप को हमें हल्के में नहीं लेना चाहिए अगर रक्तचाप हद से ज्यादा कम हो जाए तो आदमी के आर्गन फेल से लेकर दिल का दौरा पड़ने जैसी खतरनाक स्तिथि उत्पन्न हो जाती है इस लिए इस बीमारी का इलाज समय रहते करना शुरू कर देना चाहिए।ये बीमारी इतनी आम बीमारी होती है कि लोगो को इस बीमारी के बारे में पता ही नहीं लगता है।ये बीमारी हमारे स्वस्थ के साथ साथ जिंदगी भी खतरे में डाल सकते हो।

कैसे पता करे कि आपका बीपी निम्न रक्तचाप है

इसमें कभी कभी आप थका हुआ महसूस करोगे तथा आपको बार बार पसीने आते रहेंगे।किसी भी सामान्य व्यक्ति के रक्तचाप 120/80 होता है। जब किसी भी इंसान का ब्लड प्रेशर 90/60 से नीचे चला जाता है,तो इस अवस्था को निम्न रक्तचाप या हायपोटेंशन कहते है।

निम्न रक्तचाप के लक्षण

चक्कर आना या फिर सर घूमना

उल्टी जैसा महसूस होना,या फिर जी मिचलाना

बेहोशी

थकान

आंखो के सामने अंधेरा छा जाना

हाथ पैर ठ़डे हो जाना

खाने में परेशानी

निम्न रक्त चाप के बुरे प्रभाव

निम्न रक्तचाप में शरीर के अंगो में सही तरह से खून कि सप्लाई नहीं होती है जिस से हार्ट अटैक और किडनी बेकार होने तक की संभावना होती हैं।


Low blood pressure में हमें अपने डायट में कुछ बदलाव  करने होंगे।

खाने में नमक की मात्रा सामान्य रखे  क्योंकि नमक निम्न रक्त चाप को सही रखने में काफी मददगार होता है।

और हमें नींबू पानी का सेवन करना चाहिए इससे हमारा रक्तचाप सही रहता है।

हरी सब्जियां अधिक खाए।

हमें ज्यादा सोचना नहीं चाहिए,इससे कभी कभी हमारा ब्लड प्रेशर कम तथा कभी कभी ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और हमें साथ में योग करते रहना चाहिए योग के साथ साथ हमें  कुछ  आयुर्वेदिक  चीजों का उपयोग करते रहना चाहिए।

आंवला  

 कभी कभी लो बीपी के कारण कई लोगों को चक्कर आने लगते हैं। ऐसे में हमें आंवला के रस में थोड़ा सा शहद मिलाकर पीना चाहिए इससे आपको जल्दी राहत मिलेगी। 

अदरक

  low बीपी को नियंत्रित करने के लिए अदरक एक बहुत ही अच्छी आयुर्वेदिक चीज है,हमें अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े करके इसमें नींबू का रस और सेंधा नमक मिलाकर रख दें। तथा रोजाना खाने से पहले थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दिन में 3-4 बार खा लें। इससे हमारा निम्न रक्तचाप नियंत्रित रहता है।

तुलसी

निम्न रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए हमें तुलसी का प्रयोग करना चाहिए,क्योंकि 

तुलसी के पत्ते में अधिक मात्रा में पोटैशियम, मैग्नीशियम और विटामिन-सी पाया जाता है, जो शरीर में खून को सही से रेगुलेट होने में मदद करता है। इसके साथ ही इसमें मौजूद यूजेनॉल नाम का एंटीऑक्सीडेंट होता है जो  ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। रोजाना 5-6 तुलसी के पत्तों को सुबह चबा लें। 

अगर आपको तुलसी के पत्ते नहीं मिल रहे है तो आप इसके बने बनाए तुलसी रस को भी ले सकते है,हमें उसके ड्रॉप को रोज 5 6 ड्रॉप पानी में मिलाकर सेवन करना चाहिए।




2. उच्च रक्तचाप(High Blood Pressure)


उच्च रक्तचाप वह स्थिति है जब हमारा रक्त  धमनियों पर बहुत अधिक दवाब डालता है जिससे उच्च रक्तचाप की स्थिति उत्पन हो जाती है जिसे engliah में High Blood pressur तथा मेडिकल की भाषा में इसे हायपरटेंशन कहते हैं। सामान्य ब्लड प्रेशर का लेवल 120/80 होता है जब रक्त चाप इससे उपर जाता है तो फिर है blood pressur की समस्या उत्पन्न होती है।

उच्च रक्तचाप एक बहुत बड़ी बीमारी है,इसमें आदमी का हार्ट फैल हो सकता है साथ है आदमी की जान भी जा सकती है हायपरटेंशन के बहुत से कारण होते है उनमें से कुछ कारण नीचे दिए गए है।

हाइपरटेंशन के कारण 

विशेषज्ञों के मुताबिक, हाइपरटेंशन का मुख्य कारण स्ट्रेस (तनाव) और अनियंत्रित खानपान होता है। इसके अलावा हाइपरटेंशन के कुछ अन्य कारण भी हैं, जैसे- 


मोटापा 


तनाव


नींद की कमी 


अधिक गुस्सा करना 


तैलीय पदार्थों का अधिक सेवन 

बड़े बीपी को कैसे कम करें

हमें high ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए योग तथा नीचे बताए गए कुछ डायट है जिनके उपयोग से हमारा  बीपी लेवल कंट्रोल में  रहता है।

  नमक का सेवन जितना हो सके कम ही कर करें। ध्यान रखें कि भोजन में पोटेशि‍यम की मात्रा अधि‍क, और सोडि‍यम की मात्रा कम होनी चाहिए। क्योंकि नमक बीपी को बढ़ा देता है

भोजन में फलों और सब्ज‍ियों का जितना हो सके ज्यादा प्रयोग करें इसके अलावा लहसुन, प्याज, साबुत अनाज व सोयाबीन का प्रयोग अधिक करें। 

हमें अपने भोजन में पत्ते दार सब्जियों का उपयोग करना चाहिए उनमें अधिक मात्रा में रस होता है जो अधिक ब्लड प्रेशर को कम करने में उपयोगी होता है। पालक, बथुआ आदि पत्ते दार सब्जियों को शामिल करे क्योंकि यह बीपी के साथ साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक साबित होता है।

हमें अपने भोजन में नमक का प्रयोग कम करना चाहिए और साथ में आंवला,अदरक आदि चीजों का भी सेवन कम करना चाहिए।


हमें अपने भोजन में बाजरा, ज्वार,मूंग व अंकुरित दालों का प्रयोग करना चाहिए


हमें अधिक चीजों के बारे में सोचना नहीं चाहिए क्योंकि अधिक सोचने से हमारा बीपी बढ़ता है

ये कुछ ऐसे तरीके थे जिसे आप अपनाकर अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकते हो 

और आपको ज्यादा परेशानी लगे तो आप एक बार अपना blood pressur चेक करवाए तथा अपने डॉक्टर से अपनी बीमारी के बारे में बात करे

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