Overactive Bladder kya hai. ओवरएक्टिव ब्लैडर के कारण

ओवरएक्टिव ब्लैडर क्या है? overactive bladder symptoms .Overactive bladder ka treatment.


Overactive Bladder Kya Hai.
Overactive Bladder Kya hai.

ओवरएक्टिव ब्लैडर जिसे हम संक्षिप्त में(oab)  भी कहते है।ओवरएक्टिव ब्लैडर वह बीमारी है जो पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में अधिक होती हैं, ओवरएक्टिव ब्लैडर यूरिन से संबंधित एक बीमारी होती हैं। ओवरएक्टिव ब्लैडर में आदमी को बार बार यूरिन आता रहता हैं।और वह यूरिन आदमी से कंट्रोल नही हो पाता हैं ,और वह यूरिन मूत्र मार्ग से धीरे धीरे बाहर आ जाता हैं।

ओवरएक्टिव ब्लैडर की बीमारी से आप ग्रसित है है तो फिर आप कोई काम कर रहे है और इस काम जो करते हुए छीके आ जाए,खासी आ जाए (overactive bladder treatment)और बहुत अधिक हसी आ जाए तो यूरिन बिना कंट्रोल के मूत्र मार्ग के बाहर आ जाता है।

डाक्टरो का कहना है की ये बीमारी ओवरएक्टिव ब्लैडर पुरुषो को अपेक्षा महिलाओं में अधिक होती है क्योंकि महिलाओं के मूत्राशय (overactive bladder)गर्भावस्ता और प्रसव के कारण प्रभावित होते है,और महिलाओं का यूरिन पैसेज  भी छोटा होता है।ना चाहते हुए भी महिलाओं और पुरुषों में यूरिन अपने आप आ जाता है जिस कारण महिलाओं और पुरुषों को सोशल लाइफ खराब हो जाती है।और जब कोई इस स्थिति से बार बार गुजरता है तो उसकी मानसिक स्थिति खराब हों जाती  है।

और फिर उन्हें कई बार सोशल वाली जगह पर शर्म सार होना पड़ता है। 

1.ओवरएक्टिव ब्लैडर का लक्षण क्या होते हैं?(symptoms of Overactive bladder)

ओवरएक्टिव ब्लैडर के ये कुछ लक्षण हो सकते हैं जो निम्न है।

1.इसमें बार बार यूरिन आता हैं-

वैसे डाक्टरों का कहना है कि(overactive bladder in hindi अगर आदमी को 24 घंटे में 4 से 5 बार बार यूरिन आता है तो फिर वह आदमी नॉर्मल है अगर आपको यूरिन 24 घंटे मे 7 बार से ज्यादा आए तो फिर ये भी एक लक्षण ओवरएक्टिव ब्लैडर का हो सकता हैं।

2.ओवरएक्टिव ब्लैडर में यूरिन कन्ट्रोल करने(overactive bladder in hindi)से भी कंट्रोल नही हो पाता हैं,और यूरिन अपने आप ही पास हो जाता है।

2.ओवरएक्टिव ब्लैडर के कारण क्या हो सकते हैं?

अगर बात करे ओवरएक्टिव ब्लैडर के होने(overactive bladder ) वाले कारणों की तो यह बात की पक्की जानकारी apnimedicine के पास नही है।फिर भी मैं कुछ डाक्टरों द्वारा बताए गए कारणों के बारे में नीचे बता रहा  हूं।

1.ओवरएक्टिव ब्लैडर का एक कारण ये हो सकता है की अगर हम बहुत अधिक मात्रा में अल्कोहल ले रहे है तो फिर इसमें भी ओवरएक्टिव ब्लैडर का खतरा अधिक रहता है

2.ओवरएक्टिव ब्लैडर का दूसरा जो कारण हो सकता है की बहुत से लोग ऐसी दवाओं का उपयोग करते है जिससे उसने शरीर में यूरिन की मात्रा अधिक बनने लगती हैं।

तो फिर ऐसी दवाई से बचना चाहिए जो शरीर में पानी के उत्पादन को बहुत अधिक बड़ा देती हैं।

3.अगर यूरीनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन हो रखा है तो भी ओवरएक्टिव ब्लैडर का एक कारण हो सकता है।

4.अधिक मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना

3.ओवरएक्टिव ब्लैडर का इलाज क्या है?(What is the treatment of Overactive Bladder)

ओवरएक्टिव ब्लैडर के इलाज के लिए पहले मरीज को यूरिन की गधिविधि को नियंत्रण करने की ट्रेनिंग दी जाती है इसमें उसे बताया जाता है को उसे अपने मूत्राशय की गतिविधियों को कैसे नियंत्रण करना चाहिए।इस ट्रेनिंग से मरीज की यूरिन को करने को इच्छा कुछ देर के लिए कंट्रोल हो जाती है।

1.पेल्विक फ्लोर फिजिकल थेरेपी (Pelvic floor physical therapy.)

पेल्विक फ्लोर फिजिकल थेरपी में पेल्विक (Overactive Bladder kya hai)मसल्स को मजबूत बनाया जाता हैं जब पेल्विक मसल्स मजबूत होती हैं तो यूरिन से जुड़ी अधिकतर समस्या कम रहती है।

2.सर्जरी (Surgery)

अगर समस्या बहुत ही ज्यादा गंभीर हो जाए तो उसे एक्सरसाइज दवाओं से कोई आराम न मिले तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह देता है।डॉक्टर सर्जरी करके ब्लैडर की क्षमता को बढ़ देता हैं।

3.दवाओं के प्रयोग से (Uses from Medication)

ओवरएक्टिव ब्लैडर के लिए डॉक्टर(Overactive Bladder kya hai) द्वारा कुछ दवाई प्रिस्क्राइव की जाती है जो ओवरएक्टिव ब्लैडर को कंट्रोल के लेती हैं।लेकिन ये दवाएं आप सिर्फ अपने डॉक्टर के सलाह पर ही ले क्योकि ये दवाएं आपको नुकसान भी पहुंचा सकती हैं।

4.ओवरएक्टिव ब्लैडर में क्या न खाए(what not to eat in overactive bladder.)

ओवरएक्टिव ब्लैडर में नीचे बताए गए  चीजों को न खाए इससे आपके ओवरएक्टिव ब्लैडर का समस्या और बढ़ सकती हैं।

1.खट्टे फल(Citrus Fruit)

नींबू ,संतरा पाइनएप्पल ये खाने में तो स्वादिष्ट होते है लेकिन इन्हें ओवरएक्टिव ब्लैडर की समस्या में खा लिया जाए तो फिर ये स्वादिष्ट फल आपकी समस्या को इंक्रीज(Increase) भी कर देते हैं।

इसलिए आप ओवरएक्टिव ब्लैडर की समस्या से जूझ रहे है तो खट्टे फलों को खाने से बचे।

खट्टे फल ओवरएक्टिव ब्लैडर को और अधिक सक्रिय कर देते ,इससे आपको बार बार यूरिन पास करने की जरूरत पड़ सकती हैं।

2.कॉफी के सेवन से(By drinking coffee)

एक कफ कॉफी पीने से शरीर और मन दोनों की थकान उतर जाती हैं,और जब शरीर और मन दोनों की थकान उतर जाए तो फिर आप किसी काम को करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाते हों,एक कफ कॉफी आपकी थकान जितना दूर करती है उससे ज्यादा अगर आप ओवरएक्टिव ब्लैडर का ग्रसित है तो फिर यह आपको उतना ही परेशान करता है।आप कोई जरूरी काम करने जा रहे हो या फिर कोई जरूरी मीटिंग है ड्राइविंग कर रहे हो और आपको ओवरएक्टिव ब्लैडर नामक बीमारी ने ग्रसित कर रखा है तो फिर आप कॉफी का उपयोग न करे ,अगर आप कॉफी का सेवन कर लेते है तो फिर आपको 20 से 25 मिनट बाद यूरिन आ सकता है,जिससे आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं।

5.ओवरएक्टिव ब्लैडर में क्या खाना चाहिए? (What should be eat in Overactive Bladder)

अगर आपको ओवरएक्टिव ब्लैडर हो रखा है और आप ये सोच रहे हो कि ऐसा क्या खाए जिससे हमे मीटिंग में ड्राइविंग करते हुए ओवरएक्टिव ब्लैडर के कारण उत्पन समस्या का सामना न करे।

1.ओवरएक्टिव ब्लैडर में कोकोनट ऑयल में फ्राई किए हुए ड्राई फ्रूट्स को थोड़ी मात्रा में काला नमक मिलाकर खाना चाहिए।

2. ओवरएक्टिव ब्लैडर में आप पके हुए केले और खीरे को खा सकते है।

3.आपको उबली हुई फलिया तथा सब्जियों से तैयार सलाद को खान चाहिए।

आप इन सब चीजों का सेवन करते है तो फिर ये आपको ऊर्जावान बनाता है,और आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होने देते हैं।जिससे आपके ओवरएक्टिव ब्लैडर में काफी हद तक सुधार होता है।

नोट

यह लेख बस एक जानकारी के रूप में लिखी जा रही , यहां पर दी गई सारी जानकारी सही हैं,फिर भी आप इस लेख के माध्यम से इस दवा का प्रयोग न करे,इस दवा के प्रयोग से पहले आप अपने डॉक्टर के सलाह जरूर ले, क्योंकि apni medicine इस बात की गारंटी नहीं लेता है की इस लेख में लिखी गई सारी जानकारी सही होगी,इसलिए आप इस दवा के प्रयोग से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करे।

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